साउथ कोरिया की राजधानी सियोल ने 9 अप्रैल 2015 को वर्ल्ड वाइल्डलाइफ
फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) द्वारा आयोजित अर्थ आवर सिटी चैलेंज में ग्लोबल
अर्थ आवर केपिटल 2015 का ख़िताब जीता. इसमें 16 देशों के 163 शहरों ने भाग
लिया.
पुरस्कार समारोह दक्षिण कोरिया के सियोल में आयोजित किया गया.
इंडोनेशिया के बलिक्पापन को वर्ष 2015 के सबसे प्रिय शहर की मान्यता दी गई और भारत के ठाणे को राष्ट्रीय अर्थ आवर केपिटल 2015 के रूप में नामित किया गया.
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए अपने व्यापक दृष्टिकोण तथा अक्षय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने के उपायों पर प्रभावी कदम उठाने के कारण सियोल को अर्थ आवर सिटी चैलेंज ज्यूरी द्वारा विजेता चुना गया.
सियोल द्वारा मौलिक उत्सर्जन को कम करने के लिए किये गए उपाय निम्नलिखित हैं-
सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय निवासियों के लिए उपयुक्त बजट का आवंटन.
हरित ईंधन द्वारा परिवहन उत्सर्जन को कम करना.
अधिक बस लेन का निर्माण तथा कार शेयरिंग प्रोग्राम पर बल देना.
ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को 10 लाख टन तक कम करने के लिए सियोल ने एक महत्वाकांक्षी पहल की शुरुआत की जिसके तहत वर्ष 2020 तक सियोल 20 प्रतिशत विद्युत आत्म निर्भरता हासिल कर लेगा.
सियोल निम्लिखित 16 शहरों में से ग्लोबल अर्थ आवर केपिटल 2015 के रूप में चुना गया.
बेलो होरिज़ोंटे, ब्राजीलकॉर्डोबा, स्पेनयूवान्सटन, संयुक्त राज्य अमरीका, गोटेबोर्ग, स्वीडनहताई, थाईलैंड जकार्ता, इंडोनेशिया लाटी, फ़िनलैंड मोंटेरिया, कोलम्बिया पेरिस, फ्रांस पेटालिंग जाया, मलेशिया प्यूब्ला, मेक्सिको सिंगापुर शहर, सिंगापुर ठाणे, भारत, त्श्वाने, दक्षिण अफ्रीका वैंकूवर, कनाडा
इससे पहले वर्ष 2014 में सियोल ने विशेष स्थान हासिल किया था और दक्षिण अफ्रीका के शहर केप टाउन ने यह ख़िताब जीता था जिसका सम्मान समारोह कनाडा के वैंकूवर शहर में हुआ.
प्रतिभागियों का मूल्यांकन
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के अर्थ आवर सिटी चैलेंज में मौजूद प्रतिभागियों को उनके द्वारा स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार कम से कम कार्बन उत्सर्जन के लिए किये गए विकास कार्यों के मूल्यांकन के तहत चुना गया.
पुरस्कार समारोह दक्षिण कोरिया के सियोल में आयोजित किया गया.
इंडोनेशिया के बलिक्पापन को वर्ष 2015 के सबसे प्रिय शहर की मान्यता दी गई और भारत के ठाणे को राष्ट्रीय अर्थ आवर केपिटल 2015 के रूप में नामित किया गया.
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए अपने व्यापक दृष्टिकोण तथा अक्षय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने के उपायों पर प्रभावी कदम उठाने के कारण सियोल को अर्थ आवर सिटी चैलेंज ज्यूरी द्वारा विजेता चुना गया.
सियोल द्वारा मौलिक उत्सर्जन को कम करने के लिए किये गए उपाय निम्नलिखित हैं-
सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय निवासियों के लिए उपयुक्त बजट का आवंटन.
हरित ईंधन द्वारा परिवहन उत्सर्जन को कम करना.
अधिक बस लेन का निर्माण तथा कार शेयरिंग प्रोग्राम पर बल देना.
ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को 10 लाख टन तक कम करने के लिए सियोल ने एक महत्वाकांक्षी पहल की शुरुआत की जिसके तहत वर्ष 2020 तक सियोल 20 प्रतिशत विद्युत आत्म निर्भरता हासिल कर लेगा.
सियोल निम्लिखित 16 शहरों में से ग्लोबल अर्थ आवर केपिटल 2015 के रूप में चुना गया.
बेलो होरिज़ोंटे, ब्राजीलकॉर्डोबा, स्पेनयूवान्सटन, संयुक्त राज्य अमरीका, गोटेबोर्ग, स्वीडनहताई, थाईलैंड जकार्ता, इंडोनेशिया लाटी, फ़िनलैंड मोंटेरिया, कोलम्बिया पेरिस, फ्रांस पेटालिंग जाया, मलेशिया प्यूब्ला, मेक्सिको सिंगापुर शहर, सिंगापुर ठाणे, भारत, त्श्वाने, दक्षिण अफ्रीका वैंकूवर, कनाडा
इससे पहले वर्ष 2014 में सियोल ने विशेष स्थान हासिल किया था और दक्षिण अफ्रीका के शहर केप टाउन ने यह ख़िताब जीता था जिसका सम्मान समारोह कनाडा के वैंकूवर शहर में हुआ.
प्रतिभागियों का मूल्यांकन
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के अर्थ आवर सिटी चैलेंज में मौजूद प्रतिभागियों को उनके द्वारा स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार कम से कम कार्बन उत्सर्जन के लिए किये गए विकास कार्यों के मूल्यांकन के तहत चुना गया.
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