Wednesday 10 August 2016

टेक्नोलॉजी की सबसे बड़ी क्रांति दहलीज पर (मेहुल कुमार उपाध्याय )

भरोसा करने की बजाय भरोसा करना बेहतर है, क्योंकि एेसा करके आप सबकुछ संभावना के दायरे में ले आते हैं।' -अल्बर्टआइंस्टीन
अगली पीढ़ीके टेक्नोलॉजी संबंधी विकास के अागे कड़ी चुनौतियां मौजूद हैं। हालांकि, मानव जीवन बदलने के संकल्प से इसे आकार दिया जा रहा है। जब 2007 में स्टीव जॉब्स आई-फोन लेकर आए तो सेल फोन उद्योग ने समझ लिया कि यह क्षेत्र हमेशा के लिए बदल गया है। हमें तो पता भी नहीं चला कि कब हम सबकी दैनिक जिंदगी में एपल या गूगल के किसी किसी प्रोडक्ट ने जगह बना सारी सेल फोन कंपनियां इसी ट्रेंड पर चल पड़ीं।
मौजूदा दौर में मोबाइल इंडस्ट्री 4जी पर अटक गई है। यह फोन और उसके ऑपरेटिंग सिस्टम को अपग्रेड करने तक सीमित है। हालांकि, अब नए बदलाव आने के आसार दिखने लगे हैं। 14 जुलाई 2016 को अमेरिका की इलेक्ट्रॉनिक संचार नियामक संस्था एफसीसी (फेडरल कम्युनिकेशन कमीशन) ने 5जी मानक स्थापित करने का फैसला लिया। अमेरिकी सरकार ने 5जी नेटवर्क टेक्नोलॉजी रिसर्च के लिए 400 मिलियन डॉलर (2700 करोड़ रुपए) का बजट रखा है। बिज़नेस चातुर्य रखने वाले अन्य देश भी पीछे नहीं हैं। चीन ने 60 शीर्ष शोधकर्ता 5जी का ढांचा विकसित करने लिए नियुक्त किए हैं। चीन सरकार 2018 तक 5जी का व्यावसायिक लॉन्च करना चाहती है। जापान भी इसी लीक पर चल पड़ा है। दक्षिण कोरिया और यूरोपीय संघ 2020 तक 5जी लाने का लक्ष्य रखते हैं। दक्षिण कोरिया ने तो 5जी रिसर्च के लिए 1.5 अरब डॉलर (102 अरब रुपए) का बजट तय किया है! अमेरिका में एटी एंड टी और वेरीजोन जैसे प्रमुख टेलीकॉम नेटवर्क बदलाव के लिए तैयार हैं। वे 2017 तक ट्रायल और 2020 तक व्यावसायिक लॉन्चिंग का इरादा रखते हैं। निश्चित ही हम जिंदगी की सबसे बड़ी प्रौद्योगिक क्रांति के साक्षी बनेंगे।
3जी और 4जी के बाद 5जी सिर्फ कम्युनिकेशन नेटवर्क के सिक्वेंस का बढ़ना नहीं है। 1जी का मतलब 2.4 केबीपीएस की डेटा ट्रांसफर दर। इसमें केवल आवाज (एनालॉग) ही भेजी जा सकती थी और 2011 में आया 4जी नेटवर्क 2 से 10 सेकंड में 1000 एमबी की मूवी डाउनलोड कर देता है। एचडी विडियो स्ट्रीमिंग, विडियो कॉलिंग, पोकेमॉन गो जैसी ऑनलाइन विडियो गेमिंग इसमें संभव है। किंतु 2020 में आने वाले 5जी नेटवर्क की स्पीड 1 से 10 जीबीपीएस की रहेगी और यह 1टीबीपीएस तक संभव है। यह 10 मूवी एक सेकंड में डाउनलोड कर देगा। इन्फो टेक्नोलॉजी के इस युग में सूचना/ डेटा ही पैसा है। ज्यादा डेटा के लिए ज्यादा कनेक्टिविटी की जरूरत होगी। 5 जी वाली इंटरनेट क्लाउड सेवा और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) वाले डिवाइस हमारी रोजमर्रा की जिंदगी बड़े पैमाने पर बदल देंगे। आपके कैमरे को आपके पिक्चर या विडियो स्टोर करने के लिए कार्ड की जरूरत नहीं होगी। आप बाहर फोटो खींचे और यह उसी वक्त आपके घर के क्लाउड स्टोरेज में दर्ज हो जाएंगे। 5जी फिल्म प्रोडक्शन की लागत 10 गुना कम कर देगा। मुमकिन है कि सेट पर सिनेमैटोग्राफर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर नदारद हों। आपका विवाह समारोह अभी खत्म हुआ ही है और एलबम विडियो आपके हाथ में!
एनीमेटेड कैरेक्टर के लिए स्वाभाविक गतिविधियां आसानी से संभव हो जाएंगी, क्योंकि मैं बात टीबीपीएस (हजार गीगाबाइट प्रति सेकंड डेटा ट्रांसफर) की कर रहा हूं। अापका घर पूरी तरह वायरलैस और सुपर स्मार्ट होगा। आपको कैबल या ब्राडबैंड कनेक्शन की जरूरत नहीं रहेगी। यह याद रखने की जरूरत नहीं होगी कि कौन-सी चीज कहां रखी है। आपकी अलमारी, कमरा यह याद रखेगा। आईटी इंडस्ट्री में तो घर से काम करना संभव हुआ है, लेकिन 5जी के आशीर्वाद से शिक्षक, हेल्थ केयर प्रोफेशनल, किसान, वकील, डॉक्टर, फिल्म निर्माता, बिज़नेसमैन भी घर से काम कर सकेंगे। होम थिएटर ऐसा माहौल बना देगा कि आप आर्गनिक 3डी वातावरण में रियो अोलिंपिक का असली जैसा आनंद ले सकेंगे। मुझे तो क्रिकेट विश्वकप के 360 डिग्री प्रसारण का उत्सुकता से इंतजार रहेगा।
5जी की दुनिया में सरकार लेटलतीफी नहीं कर सकती। लोक-परिवहन, जलापूर्ति, हेल्थकेयर, जैसी सारी व्यवस्थाओें को आपस में जोड़ा जा सकेगा। यातायात की स्थिति पर निगाह रखकर वाहनों को कम ट्रैफिक वाले रूट पर जाने का सुझाव दिया जा सकेगा। अपराध के पेटर्न पर निगाह रखकर रियल टाइम में सुरक्षा एजेंसियों क अलर्ट किया जा सकेगा। उपद्रवी भीड़ के कमजोर बिंदुओं की पहचान कर उसे आसानी से तितर-बितर किया जा सकेगा। सरकारी कागजी कार्रवाई तत्काल होने से भ्रष्टाचार की गुंजाइश नहीं रहेगी। हर तरह की निगारानी बहुत बढ़ जाएगी। झूठ बोलना और छिपाना लगभग असंभव हो जाएगा। दुनिया के किसी भी डॉक्टर का परामर्श लिया जा सकेगा। 5जी के पहनने वाले डिवाइस हेल्थकेयर शोधकर्ता को वास्तविक जिंदगी का डेटा देंगे। बायोनिक आइज़ दृष्टिहीनों को देखने की क्षमता देंगे।
5जी ऐसी सेवाएं और अप्लीकेशन लाएगा जिसकी आपने कल्पना नहीं की होगी। दिमाग चकराने वाली संभावनाएं सामने हैं। 2020 तक 5जी नेटवर्क 50 अरब डिवाइस और लगभग 212 अरब सेंसर और 44 जेटाबाइट डाटा से जोड़ देगा। डेटा का यह अथाह भंडार ऐसे चमत्कार लाएगा, जो कल्पना से परे है। छोटे से छोटा डिवाइस मिनी कंप्यूटर हो जाएगा। सूचना के आदान-प्रदान में एक सेकंड के 1000वें हिस्से से भी कम विलंब का मतलब है यदि 5जी को स्वचालित वाहनों में लगाया तो यह दूसरे वाहन से 'बतियाकर' रियल टाइम में प्रतिक्रिया दे सकेगा। 5जी के भविष्य में अनंत संभावनाएं मौजूद हैं, जिसके बीज आज देखे जा सकते हैं। मुझे खुशी है कि डिजिटल इंडिया कार्यक्रम शुरू किया गया है। उम्मीद है 5 जी कनेक्टिविटी भी प्रधानमंत्री मोदी के राडार पर है।
भारत को टेक्नोलॉजी को जल्दी अपनाने से मिलने वाले फायदे चूकना नहीं चाहिए। गणित बताता है कि सिर्फ 5जी स्पेक्ट्रम और इसकी लाइसेंसिंग से ही अगले पांच साल में 20 लाख करोड़ रुपए मिलेंगे। जरा सोचें तो क्यों दक्षिण कोरिया जैसा छोटा-सा देश 5जी रिसर्च पर 15,000 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है, क्योंकी अच्छे दिन आने वाले हैं!!(DB)

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